DCTL | Direct coupled Transistor Logic in Hindi ?

Direct coupled Transistor Logic-DCTL logic family

DCTL logic family में base को फीड करने के लिए प्रतिरोध RB(RTL की भांति) का प्रयोग नही किया जाता है। नीचे फोटो में एक DCTL NOR gate दिखाया गया है। माना सभी इनपुट्स LOW (0) state में हैं-

DCTL positive NOR gate
DCTL positive NOR gate

इस स्थिति में ट्रांजिस्टर T1, T2 अथवा T3 में कोई धारा प्रवाहित नही होगी। अतः आउटपुट Y का मान सप्लाई वोल्टेज (Vcc) के लगभग बराबर अर्थात HIGH होगा। इस लोड gate के ट्रांजिस्टर T4, तथा T5 सेचुरेशन में होंगे।

इस प्रकार सभी इनपुट लो state में होने पर आउटपुट HIGH state में होगा।

अब माना कि कोई एक इनपुट(v1) HIGH (1) state में है। इस स्थिति में ट्रांजिस्टर T1 सेचुरेशन में ड्राइव होगा तथा आउटपुट Y का मान VCE(sat) अर्थात V(0), अर्थात LOW होगा। इस प्रकार यह gate NOR function को संतुष्ट करता है।

DCTL के दोष

यद्यपि DCTL परिपथ RTL की तुलना में सरल है परन्तु current hogging के दोष के कारण DCTL का व्यापक प्रयोग नही किया गया। फोटो में प्रदर्शित NOR gate में जब आउटपुट 1 है तब NOR gate द्वारा लोड gate के transistors T4 तथा T5 को सेचुरेशन में ड्राइव करना चाहिए। यह कोई समस्या नही होगी यदि सभी transistors के इनपुट अभिलक्षण समान हों।

परन्तु ICs के विभिन्न पैकेज के विभिन्न तापक्रमों पर उनकी tolerance विभिन्न होने के कारण, transistors के इनपुट अभिलक्षण भी भिन्न होते हैं। जिसके कारण लोड transistors की सेचुरेशन वोल्टेज भी भिन्न भिन्न होती है। उदाहरणत: माना सेचुरेशन पर transistors की बेस एमीटर वोल्टेज 0.78 ,0.79 तथा 0.80 वोल्ट है। जिस ट्रांजिस्टर की Vbe का मान 0.78 V है तब इसके सेचुरेशन में आने पर यह दुसरे transistors को सेचुरेशन में नहीं आने देगा तथा ड्राइव gate से सप्लाई की गई समस्त धारा स्वयं ले लेगा। यह क्रिया current hogging कहलाती है।

DCTL-Direct coupled Transistor Logic in Hindi आशा करते है कि ये आर्टिकल आपको पसंद आया होगा।


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